06-09-2019

06-09-2019        प्रात:मुरली        ओम् शान्ति       “बापदादा”      मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हें बाप समान खुदाई खिदमतगार बनना है, संगम पर बाप आते हैं तुम बच्चों की खिदमत (सेवा) करने”प्रश्नः- यह पुरूषोत्तम संगमयुग ही सबसे सुहावना और कल्याणकारी है – कैसे?उत्तर:- इसी समय तुम बच्चे स्त्री और पुरूष दोनों ही उत्तम बनते हो। यह संगमयुग है ही कलियुग अन्त और … Continue reading 06-09-2019